क्या आप ने कभी सोचा है कि बिजली क्या है ? | Basic Principle of Electricity

Basic Principle of Electricity:

क्या आप ने कभी सोचा है कि बिजली क्या है? 

आज हम इस पोस्ट के माध्यम से ये बिजली  के कुछ मूल सिद्धान्त को समझेंगे। हर चीज चाहे वह एक पत्थर हो या हवा छोटे छोटे कर्ण से बनी होती है जिसे हम परमाणु कहते है हर परमाणु के अन्दर तीन मुख्य चीज होते है।

प्रोटॉन: 

इस पर धनात्मक (+) आवेश होता है और ये परमाणु के केन्द्र में होता है

न्यूट्रॉन:

 इस पर कोई आवेश नहीं होता और ये भी केन्द्र में होता है 

इलेक्ट्रॉन:

इस पर ऋणात्मक (-) आवेश होता है और ये प्रोटॉन के चारो तरफ घूमते रहता है। 
आम तौर पर एक परमाणु में प्रोटॉन और इलेक्ट्रॉनों की संख्या बराबर होती है इसलिए Neutral होता है। लेकिन जब यह संतुलन बिगड़ता है, तो आवेश (Charge) पैदा होता है। 
अगर किसी परमाणु में इलेक्ट्रॉनों की कमी हो जाए, तो वह धनात्मक आवेशित हो जाता है। 

विद्युत आवेश और धारा: बिजली का प्रवाह:

विद्युत आवेश (Electric Charge): यह बिजली का सबसे छोटा कण है। इसे कूलॉम में मापा जाता है। 
विद्युत धारा (Electric Current): जब ये आवेश एक जगह से दूसरी जगह बहता है तो इस प्रवाह को हम विद्युत धारा करते हैं इसे एम्पीयर में मापा जाता है। 

Basic Principle of Electricity
Basic Principle of Electricity

 विभवांतर और विद्युत वाहक बल (EMF): बिजली का दबाव 

विभवांतर (Voltage): 

इसे आप विद्युत दबाव कह सकते है। यह वह बल है जो इलेक्ट्रॉनों को एक तार में आगे बढ़ाने के लिए मजबूर करता है। इसे वोल्ट में मापा जाता है। 


विद्युत वाहक बल (EMF): 

यह एक बैटरी या जनरेटर जैसे स्रोत द्वारा दिया जाने वाला कुल दबाव है यह प्रति कूलॉम आवेश को दी गयी ऊर्जा को दर्शाता है। 

प्रतिरोध और चालकता प्रवाह में बाधा 

प्रतिरोध (Resistance): 

हर पदार्थ में यह गुण होता है जो विद्युत धारा के प्रवाह का विरोध करता है। इसे ओम में मापा जाता है। 
जितना ज्यादा प्रतिरोध, उतनी ही कम धारा प्रवाहित होगी। 
प्रतिरोध तार की लंबाई (ज्यादा लंबाई = ज्यादा प्रतिरोध) और उसकी मोटाई ( ज्यादा मोटाई = कम प्रतिरोध) पर निर्भर करता है। 


चालकता (Conductivity): 

यह प्रतिरोध का बिल्कुल उल्टा है। यह बताती है कि पदार्थ कितनी आसानी से बिजली को अपने अंदर से गुजरने देता है। इसे सीमेंस में मापा जाता है।


व्यवहारिक उपयोग: कार्बन प्रतिरोध 

आप अक्सर इलेक्ट्रॉनिक सर्किट में छोटे छोटे रंगीन प्रतिरोधक देखते होंगे। ये कार्बन प्रतिरोधक होते हैं। इनकी कीमत उनके रंगीन पट्टियों से पता चलती है। 
सोने और चांदी की पट्टियां सहनशीलता (Tolerance) बताती है। 
हर रंग का एक अंक और एक गुणक (Multiplier) होता है। 
Example अगर किसी प्रतिरोधक पर लाल भूरा नारंगी सोने की पट्टियों है। तो इसका मतलब है लाल (2) भूरा (1) नारंगी ((1000 का गुणक) सोना (+_5% की सहनशीलता)।

इसका मूल्य 21,000 ओम  (21KilloOhm) होगा, जिसमें 5% की सहनशीलता होगी। 





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